बात अपनी बुन्देलखण्ड में सूखा राहत उपायों के बीच आगामी गर्मियों जल संकट को लेकर सरकारें सजग हैं। प्रदेश के मुख्य सचिव ने वीडियो कॉन्फरेन्स के माध्यम से प्रशासन को सम्भावित जल संकट को लेकर अभी से उपाय करने को कहा है। इसको लेकर हैण्डपम्प के रीबोर, पेयजल पाइप योजना के बेहतर संचालन और आवश्यक पडऩे पर टैंकर से पानी की आपूर्ति करने को कहा है। शासन व प्रशासन स्तर पर सम्भावित पेयजल संकट को लेकर समाधान तलाशे जा रहे हैं, लेकिन सामाजिक व राजनैतिक स्तर पर इसको लेकर सजगता नहीं है। सूखा को लेकर पशुचारा उपलब्ध कराने को एक माह और बढ़ाने के निर्देश भी दिए गए हैं। पालतू जानवरों के साथ अन्ना जानवरों को भी चारा व पानी उपलब्ध कराने को कहा है। निराश्रित परिवार को चिन्हित कर राहत पैकिट बाँटे जा रहे हैं। इधर,बुन्देलखण्ड को लेकर प्रकृति लगातार परीक्षा ले रही है। पिछले वर्षों में अतिवृष्टि, ओलावृष्टि से फसलें तबाह होने के बाद इस वर्ष सूखे की स्थिति आ गयी। किसानों ने किसी प्रकार कर्ज लेकर रबी की फसल की बुबाई की, तो अब अतिवृष्टि व तेज हवाओं से गेहूँ की फसलें खेत में ही लेट गयीं। चना व मसूर की फसलें किसी प्रकार कुछ बच सकी है। रघुवीर शर्मा, झाँसी
बात अपनी
ReplyDeleteबुन्देलखण्ड में सूखा राहत उपायों के बीच आगामी गर्मियों जल संकट को लेकर सरकारें सजग हैं। प्रदेश के मुख्य सचिव ने वीडियो कॉन्फरेन्स के माध्यम से प्रशासन को सम्भावित जल संकट को लेकर अभी से उपाय करने को कहा है। इसको लेकर हैण्डपम्प के रीबोर, पेयजल पाइप योजना के बेहतर संचालन और आवश्यक पडऩे पर टैंकर से पानी की आपूर्ति करने को कहा है। शासन व प्रशासन स्तर पर सम्भावित पेयजल संकट को लेकर समाधान तलाशे जा रहे हैं, लेकिन सामाजिक व राजनैतिक स्तर पर इसको लेकर सजगता नहीं है। सूखा को लेकर पशुचारा उपलब्ध कराने को एक माह और बढ़ाने के निर्देश भी दिए गए हैं। पालतू जानवरों के साथ अन्ना जानवरों को भी चारा व पानी उपलब्ध कराने को कहा है। निराश्रित परिवार को चिन्हित कर राहत पैकिट बाँटे जा रहे हैं। इधर,बुन्देलखण्ड को लेकर प्रकृति लगातार परीक्षा ले रही है। पिछले वर्षों में अतिवृष्टि, ओलावृष्टि से फसलें तबाह होने के बाद इस वर्ष सूखे की स्थिति आ गयी। किसानों ने किसी प्रकार कर्ज लेकर रबी की फसल की बुबाई की, तो अब अतिवृष्टि व तेज हवाओं से गेहूँ की फसलें खेत में ही लेट गयीं। चना व मसूर की फसलें किसी प्रकार कुछ बच सकी है।
रघुवीर शर्मा, झाँसी